Sham Ki Yade : शाम की यादों की कोई गुंजाईश नहीं पल पल तड़पाती रहती हे, हम चाहे लाख भुलाने की कोसिस करे लेकिन हम अपने प्यार को भुला नहीं सकते…. ऐसी ही लाजवाब शायरी हम लेके आये हे आप इसे फेसबुक, व्हाट्सएप पर शेर कर शकते हे.
Sham Ki Yade : Teri Yaado Bhari Ek Sham

वक़्त की यारी सब सीखा देती है यारो,
ऐसा कोई गम नही जिसकी कोई दवा न हो…

सुकुन के लम्हे चुराके ला दे कोई दे कितना,
वक़्त बचा है मेरे पास ये बता दे कोई…

सुनो, चांद तक जाना है
सुना है वहाँ प्यार का आशियाना है…

खुशी से शुरू, मायूसी पर खत्म से
एक ऐसा रिश्ता था जिसमें अधूरे रह गये हम…
Sham Ki Yade

बस एक शाम की यादें रह गई है बाकी,
पूरा दिन तो तेरे आने की आहट में ही चला गया…

तेरी ही खुशी के लिए हम ने रास्ता मोड़ लिया,
वरना कोई कसर नही रखी थी तुजे खुश रखने में…

तू मुझें मिले या ना मिले,
मेरी तो बस यही दुआ है कि
तुझें ज़माने की हर खुशी मिले।

तेरे इंतेज़ार में हम गुमसुम से है,
न जाने कब तुम आओ और
होठो पर मुस्कुराहट आ जाये…

तेरा मेरा रिश्ता जैसे दीया और बाती,
हम दोनों ही है, एक दूजे के साथी…
Sham Ki Yade

बेरंग सी ज़िंदगी,
रंगीन ख़्वाब हो तुम,
तन्हा शामे,
खूबसूरत पलों की याद हो तुम…
आप हमारे फेसबुक पेज को भी फॉलो कर सकते हो – क्लीक : Facebook