- फकीरा
- फकीरा
अपनेपन का अहेसास मिट जाये, तब शुरू होता है यादों का कारवां...
- फकीरा
यादों में ही कट जाएगी, तन्हाई से भरी सुकून की शाम...
- फकीरा
तुम्हारा यादों में आना, यहाँ हम बारिशों में भीग जाते हैं...
- फकीरा
यादों का कहाँ कोई वक़्त होता है, ज़रा से फ्री पड़े तुरंत शुरू...
- फकीरा
वही शाम, वही मंजर, पर तुम, सिर्फ यादों में...
- फकीरा
यादें ही बची है दिल बहेलाने के लिए, हम अपने आप में ही खुशियाँ बाट लेते है...
- फकीरा
दो बूंद अश्को के बरस पड़े, आने के बाद भी, जाने के बाद भी...
- फकीरा
सफर ऐ जिंदगी में तुम्हारा साथ हो, रास्ता यूँही कट जाएगा हँसते हँसते...