Jindagi Ki Shayari | Dear Jindagi Shayari | Zindagi Ki Sad Shayari

सुकून की एक रात भी, शायद नहीँ जिँदगी मेँ,
ख्वाहिशोँ को सुलाओ तो, यादेँ जाग जाती है…

“जिंदगी वह हिसाब है जिसे पीछे जाकर सही नहीं किया जा सकता,
इसलिए आज सुधार करें और पुरानी बातों को अनुभव की तरह इस्तेमाल करें..!”
|| Dear Zindagi ||

ऐ जिंदगी है जनाब,
माँ नहीं जो हर वक्त प्यार दे।

कभी सुकून की चुस्की ,
तो कभी उलझन का किस्सा है।
चाय सिर्फ चाय नहीं ,
हमारी जिंदगी का हिस्सा है॥
|| Chai Lover ||

कारवां-ए-जिंदगी
हसरतों के सिवा कुछ भी नहीं
ये किया नहीं_वो हुआ नहीं
ये मिला नहीं_वो रहा नहीं___!!

परेशानी बस एक पन्ने में थी जिंदगी के,
उसने खुशियों से भरी पूरी किताब फाड़ दी…!!

तश्वीरें लेना भी जरूरी है जिंदगी में साहब,
आईने गुज़रा हुआ वक़्त नहीं बताया करते…

जिंदगी में सब कुछ एक हादसा ही है ,
किसी का आना भी और किसी का जाना भी।।

एक उम्र गुस्ताखियों के लिये भी होनी चाहिये,
ये ज़िंदगी तो अदब और लिहाज़ में ही गुज़र गई …!!

बनारस के घाटों जैसी सुबह चाहती है ये ज़िंदगी,
जहां सुकून के कुछ पल ज़िंदगी की नाव पर ठहर सकें।
|| Dear Jindagi ||

जिंदगी में कभी कभी बहुत कुछ एक साथ बिखर जाता है।
रिश्ते भी, सपने भी, और अपने भी।
Sad Life Quotes
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